Why do we face losses in the stock market?: शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना आसान नहीं होता, खासकर तब जब हमारी भावनाएँ हमें नियंत्रित करने लगती हैं। बहुत से खुदरा निवेशक एक आम गलती करते हैं, जो बाजार में उनके नुकसान का बड़ा कारण बनती है। इस गलती को समझकर और सुधारकर हम अपने ट्रेडिंग निर्णयों को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
सबसे बड़ी गलती: बार-बार प्रॉफिट-लॉस देखना
बहुत से ट्रेडर्स जब कोई ट्रेड लेते हैं, तो बार-बार अपने खाते में प्रॉफिट और लॉस को देखते रहते हैं। यह सुनने में साधारण गलती लग सकती है, लेकिन असल में यह हमारी भावनाओं को प्रभावित करने का सबसे बड़ा कारण होती है। इसे एक उदाहरण से समझते हैं:
उदाहरण:
सोहन ने एक कंपनी के 1000 शेयर 200 रुपये के भाव पर खरीदे।
- कुछ समय बाद, शेयर की कीमत 202 हो गई, यानी 2000 रुपये का प्रॉफिट।
- फिर कीमत 204 तक बढ़ी, अब उसका प्रॉफिट 4000 रुपये हो गया।
यहीं से समस्या शुरू होती है!
सोहन का दिमाग इसे अपना कमाया हुआ 4000 रुपये मानने लगता है। लेकिन जब शेयर की कीमत 203 पर गिरती है, तो उसे लगता है कि उसने 1000 रुपये खो दिए हैं, जबकि असल में यह सिर्फ कागजी मुनाफा था।
इसके बाद, शेयर कभी 2500 रुपये के प्रॉफिट पर आता है, कभी 4000 पर। वह सोचता है कि स्टॉक और बढ़ेगा, लेकिन फिर अचानक गिरावट शुरू होती है और उसका प्रॉफिट धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। अंत में, या तो वह बिना किसी लाभ के ट्रेड से बाहर निकलता है, या नुकसान में।
गलती कहाँ हुई?
- चार्ट के बजाय प्रॉफिट-लॉस पर ध्यान देना: उसने यह नहीं देखा कि चार्ट क्या संकेत दे रहा था, बल्कि सिर्फ अपने प्रॉफिट-लॉस के हिसाब से निर्णय लेता रहा।
- भावनात्मक रूप से ट्रेड करना: पहले दिखा हुआ 4000 रुपये का लाभ उसके दिमाग में बस गया, और वह बार-बार उसी स्तर तक लाभ पाने की कोशिश करने लगा।
- सही समय पर बाहर न निकलना: जब शेयर का ट्रेंड कमजोर होने लगा, तब भी उसने ट्रेड नहीं छोड़ा, क्योंकि वह अपने बीते हुए अधिकतम लाभ से जुड़ा हुआ था।
कैसे बचें?
✔ चार्ट और रणनीति पर ध्यान दें: न कि सिर्फ प्रॉफिट-लॉस देखने पर।
✔ स्टॉप-लॉस और टारगेट सेट करें: और उसे अनुशासनपूर्वक फॉलो करें।
✔ भावनाओं को नियंत्रित करें: बाजार की चाल को समझें और तर्कसंगत निर्णय लें।
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निष्कर्ष:
अगर आप शेयर बाजार में सफल होना चाहते हैं, तो बार-बार प्रॉफिट-लॉस देखने की आदत को छोड़ें। इसके बजाय, अपनी रणनीति पर टिके रहें और बाजार के संकेतों को ध्यान में रखें। याद रखें, अनुशासन और धैर्य ही शेयर बाजार में सफलता की कुंजी है।
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शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. शेयर बाजार में सबसे आम गलती क्या होती है?
➡ सबसे आम गलती यह होती है कि लोग बार-बार अपने खाते में प्रॉफिट-लॉस चेक करते रहते हैं। इससे भावनाएँ हावी हो जाती हैं और गलत निर्णय लेने की संभावना बढ़ जाती है।
2. क्या हर ट्रेडर को नुकसान होता है?
➡ हाँ, हर ट्रेडर को कभी न कभी नुकसान झेलना पड़ता है। लेकिन सफल ट्रेडर्स अपने नुकसान को सीमित रखते हैं और एक अच्छी रणनीति अपनाकर लॉन्ग-टर्म में मुनाफा कमाते हैं।
3. क्या बार-बार प्रॉफिट-लॉस देखने से नुकसान होता है?
➡ हाँ, बार-बार प्रॉफिट-लॉस देखने से निर्णय भावनाओं के आधार पर लिए जाते हैं, जिससे ट्रेडिंग प्लान का पालन करना मुश्किल हो जाता है।
4. ट्रेडिंग में भावनात्मक नियंत्रण कैसे बनाए रखें?
➡ भावनात्मक नियंत्रण बनाए रखने के लिए स्टॉप-लॉस सेट करें, एक तय रणनीति पर अमल करें और प्रॉफिट-लॉस देखने की बजाय चार्ट और मार्केट ट्रेंड पर ध्यान दें।
5. क्या केवल चार्ट देखकर ट्रेड करना सही है?
➡ हाँ, चार्ट एक महत्वपूर्ण टूल है, लेकिन इसके साथ फंडामेंटल और मार्केट सेंटिमेंट भी समझना जरूरी होता है।
6. क्या शेयर बाजार में 100% गारंटी के साथ मुनाफा कमाया जा सकता है?
➡ नहीं, शेयर बाजार में कोई गारंटी नहीं होती। यह जोखिमों से भरा होता है, लेकिन सही रणनीति और अनुशासन से मुनाफा कमाया जा सकता है।
7. क्या नए निवेशकों को ट्रेडिंग करनी चाहिए?
➡ नए निवेशकों को पहले शेयर बाजार को समझना चाहिए, फिर कम मात्रा में ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए और धीरे-धीरे अनुभव प्राप्त करना चाहिए।
8. बाजार से जुड़ी सही जानकारी कहां से प्राप्त करें?
➡ बाजार से जुड़ी जानकारी के लिए विश्वसनीय वेबसाइट, वित्तीय समाचार चैनल, और अनुभवी निवेशकों की राय लेना बेहतर होता है।
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